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जून, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Paperless Budget : Another step towards E-Governance, पहला राज्य कौन सा है?

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 दिल्ली की तर्ज पर पंजाब में आप आदमी पार्टी काम करने की बात कहती रही और सत्ता में आई , अब दिल्ली की तर्ज पर ही पंजाब सरकार के वित्त मंत्री हरपाल चीम्मा की और से इस बार कागज रहित बजट पेश किया . इसकी घोषणा राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 25 मई 2022 को की थी. उन्होंने इसे ई-गवर्नेंस की ओर बढ़ता हुआ कदम बताया . उन्होंने लिखा था कि इससे खजाने के करीब 21 लाख रुपये और 34 टन कागज बचेगा. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट कर लिखा कि पंजाबियों के नाम एक खुशखबरी है.  हमारी सरकार ने फैसला किया है कि इस बार पंजाब सरकार का बजट कागज रहित (paperless) होगा... इससे खजाने के लगभग 21 लाख रुपये बचेंगे... 34 टन कागज बचेगा, . मतलब 814-834 के करीब पेड़ बचेंगे... Another step towards E-Governance. पेपरलेस बजट का मतलब क्या होता है? पहले बजट के कागजों का पुलिंदा होता था, अब बजट कागजरहित या पेपरलेस हो गया है. नई-नई तकनीक का असर बजट पर भी दिखने लगा है. पूरी दुनिया डिजिटल हो रही है तो बजट ने भी अपना स्वरूप बदल लिया है. इस बार बजट के कुछ कागज ही छपेंगे, बाकी पूरी तरह से पेपरलेस होगा और मोबाइल, कं...

क्या FRA- FCA कर रहा है देवभूमि हिमाचल की प्राकृतिक की रक्षा, या विकास की राह में रोड़ा ?

हिमाचल की पहाडियों में आजकल कई जगह आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन देवभूमि में उठती इन आग की लपटों से जहां वन विभाग का गला सूख रहा है कि इन घटनों में काबू कैसे पाया जाए, उधर दूसरी और सरकार को भी चिंता सता रही है - उपर से गरमी का मौसम और चुनावी वर्ष होने के चलते सियासत भी खूब गरमा रही है. और गर्मी की मौसम में सियासी फीजा बदल रही है. भाजपा सरकार के नेता विपक्ष के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहते हैं कि हमने जो भी घोषणा पत्र में वादे किए हैं वो सारे ही पूरे किए हैं- पर विपक्ष कहता है कि सरकार ने कोई वादा पूरा नहीं किया - और कोई विकास भी नहीं हुआ है. विकास की जब भी बात आती है तब हिमाचल सरकार को लंबित पड़े प्रोजेक्टों कि तरफ वो ध्यान ले जाती है. फिर सरकार का ध्यान शायद एफ आर ए औऱ एफ सी ए की तरफ जाता है, क्योंकि अभी भी सूत्र कहते हैं कि कई प्रोजेक्ट हैं जो इसकी वजह से पूरे नहीं हो पाए हैं।  अब सवाल उठता है कि क्या सरकार लंबित पड़े प्रोजेक्टों को लेकर यह कहेगी की मंजूरी नहीं मिली - जिसकी वजह से विकास के पथ पर रोडा आ गया - वैसे हिमाचल की वर्तमान सरकार का हैशटैग है- ...

पंजाबी गीतकारों की कलम की नौक पर पत्रकार !

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 पंजाबी गीतकारों की कलम की नौक पर पत्रकार !   पंजाब में जब भी बंदूक की नौक पर लूटपाट, हत्या या कोई दूसरी कोई वारदात की खबर सामने आती है तब पत्रकारों की तरफ से लिखा जाता है या फिर टीवी में दिखाया जाता है कि फ़िल्मी स्टाइल में वारदात को अंजाम दिया गया।  क्यूंकि ऐसे बहुत से वाक्य फ़िल्मी कहानियों में दिखाए गए होते हैं जो घटित घटना से संबंधित होते  हैं। लेकिन वर्तमान में ऐसे बहुत सी घटनाएं सामने आ रही हैं जिसमे पत्रकारों को ही अहम दोषी कहा जा रहा है।   नेशनल इंटररस्ट का मुद्दा बना मुस्सेवाला मर्डर पंजाबी गायक सिद्धू मुस्सेवाला की दिन -दिहाड़े हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद जहाँ पुलिस की कारगुज़ारी और राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठे वहीं एक वर्ग ऐसा भी सामने आया जिन्होंने पत्रकारों की कलम, आवाज़ और दिखाई जा रही तस्वीर को ही सवालों के कटहरे में खड़ा कर दिया। लेकिन यह कोई पहली बार नहीं हो रहा था इससे पहले भी पत्रकारों की कलम पर सवाल उठते रहे हैं। चाहे दिल्ली की सरहदों पर किसान आंदोलन- जिस दरमियान कहा जाने लगा की एक तिहाई पत्रकार वर्ग सरकार की कठप...